राष्‍ट्रीय

​राजनीति देश को चलाती है और शिक्षा मनुष्य को बनाती है : सोलंकी

गुजवि के 5वें दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को मिली डिग्रियां

सत्यखबर, हिसार (विनोद सैनी) – हिसार की गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं तकनीकी विश्वविद्यालय के 5वें दीक्षांत समारोह आयोजन किया गया। दीक्षांत समारोह में हरियाणा के राज्य पाल प्रो कप्तान सिंह सोलंकी ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। दीक्षांत समारोह में भारत सरकार के विज्ञान एवं तकनीक मंत्री डा. हर्षवर्धन तथा नालंदा विश्वविद्यालय के चांसलर डा. विजय भटकर पदमभूषण को मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। शिक्षा मंत्री हरियाणा प्रो. रामबिलास शर्मा समारोह में बतौर विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिरकत की। समारोह की अध्यक्षता पूर्व मुख्य संसदीय सचिव एवं हिसार के विधायक डा. कमल गुप्ता ने की। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. अनिल कुमार पुंडीर भी उपस्थित रहे। मंच संचालन प्रो. मनोज दयाल ने किया।

दीक्षांत समारोह में 1719 विद्यार्थियों को डिग्रियां व मेडल दिए गए। समारोह में 136 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। गुजवि के 5वें दीक्षांत समारोह में 146 शोधार्थियों को पीएचडी डिग्री, 801 विद्यार्थियों को पोस्टग्रेजुएट डिग्री तथा 636 विद्यार्थियों को अंडरग्रेजुएट डिग्रियां प्रदान की गयी। विश्विधालय में 2014-15, 2015-16 और 2016-17 शैक्षणिक सत्र के दौरान अपने पाठ्यक्रम को पूरा करने वाले विश्वविद्यालय के नियमित विद्यार्थी इस दीक्षांत समारोह में डिग्री प्राप्त करने के लिए पहुंचे। वर्ष 2015 से 8 मार्च 2018 तक विश्वविद्यालय की शैक्षणिक परिषद के अनुमोदन के साथ अपनी पीएचडी पूरी करने वाले शोधार्थियों को इस दीक्षांत समारोह में डिग्री प्रदान की गयी। इसके अतिरिक्त दीक्षांत समारोह में शैक्षणिक सत्र 2014-15, 2015-16 और 2016-17 के नियमित और दूरस्थ शिक्षा पाठ्यक्रमों के योग्य विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के पदक और मेरिट प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए गए।

इस दीक्षांत समारोह का अधिकतर संचालन हिन्दी में किया गया। इसका उद्देश्य विज्ञान एवं तकनीकी विश्वविद्यालय में भी मातृभाषा हिन्दी को बढ़ावा देना है। साथ ही इस समारोह के दौरान उचित समय-समय पर श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों का उच्चारण भी किया गया। दीक्षांत समारोह का वैबकास्टिंग के माध्यम से सीधा प्रसारण भी किया गया। विश्वविद्यालय के सभागार हॉल नम्बर-एक व दो में डिग्री धारक विद्यार्थियों के अभिभवकों के बैठने की उचित व्यवस्था भी की गयी। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा, विधायक डॉ. कमल गुप्ता, उपायुक्त अशोक कुमार मीणा व पुलिस अधीक्षक मनीषा चौधरी भी उपस्थित थे।

हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि राजनीति देश की नीति निर्धारण व इसे आगे बढ़ाने का काम करती है लेकिन शिक्षा व्यक्ति में मानवीय गुण पैदा करके उसे मनुष्य बनाती है। राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि शिक्षा के बिना किसी भी देश की उन्नति की कल्पना नहीं की जा सकती है। किसी देश का भविष्य वहां के उद्योगों, कृषि उत्पादन अथवा आधारभूत ढांचे से ज्यादा इस बात पर निर्भर करता है कि उस देश के स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की कक्षाओं में बच्चों को क्या पढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश को चलाने, उसे आगे बढ़ाने, उसकी नीतियों का निर्धारण करने का काम राजनीति करती है लेकिन व्यक्ति में मनुष्यता और मानवी गुण पैदा करने का कार्य शिक्षा के बिना कोई नहीं कर सकता है।

उन्होंने खुशी जाहिर की कि दीक्षांत समारोह में सरस्वती वंदना से लेकर विद्यार्थियों का परिधान और कार्यक्रम का संचालन पूरी तरह से भारतीय संस्कृति के अनुरूप है। ऐसे कार्यक्रमों में पहले अंग्रेजियत की छाप दिखाई देती थी। उन्होंने कहा कि देश के दो महान व्यक्तियों केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन तथा नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. विजय पी. भटकर को मानद उपाधि देकर उनके माध्यम से विद्यार्थियों को प्रयोगात्मक आशीर्वाद दिया गया है। इन दोनों ने जिस प्रकार अपने-अपने क्षेत्रों में असाधारण कार्य किए हैं, उसकी प्रेरणा सभी विद्यार्थी लें। प्रो. सोलंकी ने कहा कि गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय गुणवत्ता के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है। लेकिन किसी चीज को अच्छा या बुरा बनाना उसके नागरिकों के हाथ में होता है, इसलिए विद्यार्थियों को इन महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थानों में पढऩे के अवसरों का भरपूर लाभ उठाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि 21वीं शताब्दी में नया भारत बन रहा है। देश नित नई करवट बदल रहा है और जो हमारे पास है वह विश्व में कहीं किसी के पास नहीं है। जो भारत पहले दुनिया की तरफ देखता था आज पूरा विश्व उसकी ओर देख रहा है। उन्होंने कहा कि देश ने 2022 तक अपने आप को पूरी तरह बदलने का संकल्प लिया है। उस समय देश में गंदगी, गरीबी, भ्रष्टाचार, हिंसा, जातीयता और सांप्रदायिकता नहीं होगी। हम सब मिलकर ऐसा भारत बनाएंगे जो स्वच्छ, स्वस्थ, समृद्ध, संपन्न, शिक्षित और सुरक्षित होगा। उन्होंने युवा पीढ़ी से आह्वान किया कि वे नए भारत के साथ जुड़ें और देश के विकास के उपयोगी अंग बनें।

शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने कहा कि डिग्री मिलना और दीक्षांत समारोह का परिधान पहनना विद्यार्थी के जीवन में जिम्मेदारी का बोध लेकर आता है। आज यहां से डिग्री लेने वाले विद्यार्थियों ने जिंदगी के पड़ाव की एक सीढ़ी पार की है। उन्होंने कहा कि आज के विद्यार्थी ही कल के जिम्मेदार नागरिक बनेंगे और वही देश को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। उन्होंने भारत की भूमि को रत्नगर्भा बताते हुए यहां पैदा हुए कई महान व्यक्तित्वों का जिक्र किया जिन्होंने भारत का नाम पूरे विश्व में किया। उन्होंने कहा कि देश में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है।

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